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GK Questions In Hindi |
INTERESTING GK QUESTIONS IN HINDI WITH ANSWERS
GK Questions In Hindi Quick Guide.
1. सोने में जंग क्यों नहीं लगता है?
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सोना एक निष्क्रिय धातु है, यह वायुमंडल में उपस्थित किसी भी गैस से क्रिया नहीं करता है| किसी भी धातु में जंग तब लगता है जब वह धातु वायुमंडल में उपस्थित ऑक्सीजन से क्रिया कर ऑक्साइड बनाती है| आपको यह भी मालूम होना चाहिए की हर धातु के ऑक्साइड का रंग अलग होता है, लोहा ही एक मात्र ऐसी धातु है जिसके ऑक्साइड लाल भूरे रंग के होते हैं जिसे हम जंग कहते हैं|
सोना प्राकृतिक रूप में शुद्ध अवस्था में पाया जाता है लेकिन जब इसके आभूषण बनाये जाते हैं तब इसमें पीतल,ताम्बा और इरीडियम मिलाया जाता है क्योंकि शुद्ध सोना कठोर नहीं होता है| तथा इन धातुओं के मिलाये जाने पर ही आभूषण को बनाया जा सकता है|
इसीलिए आभूषण कुछ समय बाद अपनी चमक खो देते हैं क्योंकि उसमे उपस्थित अन्य धातुएं ऑक्सीजन से क्रिया कर अपना ऑक्साइड बना लेती हैं लेकिन उन ऑक्साइड का रंग लाल भूरा नहीं होता है, वो इसलिए क्योंकि सोने में कभी लोहा नहीं मिलाया जाता है तथा दोनों की कठोरता में भी बहुत अधिक अंतर होता है, इसलिए सोने में कभी जंग नहीं लगता है|
2. किस ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति को मच्छर ज्यादा काटते हैं?
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मनुष्य के शारीर में बह रहे खून में से मच्छर एक विशेष ग्रुप के खून को पहचान लेते हैं और उन्ही की तरफ ज्यादा आकर्षित भी होते हैं| एक रिसर्च में देखा गया है की मच्छर "O" ग्रुप ब्लड वाले व्यक्तियों की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं|
जैसा की हम जानते हैं खून के चार प्रकार होते हैं A,B,AB और O बहुत कम ही लोगों का ब्लड ग्रुप O होता है, इस प्रकार के खून में कुछ खास प्रकार के तत्व पाए जाते हैं जो मच्छरों को आकर्षित करते हैं|
आमतौर पर O ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति दुसरे लोगों के लिए भी बहुत सहायक साबित होते हैं क्योंकि O ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति किसी को भी अपना खून दे सकते हैं|
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3. हवाई जहाज में पैसेंजरों के लिए पैराशूट क्यों नहीं होते हैं?
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दरअसल पैराशूट से कूदना और उसे ग्लाइड करते हुए सुरक्षित स्थान पर लैंड कराना एक पेशेवर ग्लाइडर का काम होता है इसमें बहुत तकनीकी जानकारी और दक्षता चाहिए होती है| एक आम इंसान से हम यह उम्मीद नहीं कर सकते की वह इतना कुछ समझ पायेगा और समय आने पर उसका अनुसरण भी कर पायेगा|
प्लेन में जब आपातकालीन दरवाजे की घोषणा होती है तब उसे ही कई लोग नहीं सुनते हैं, अगर पैराशूट दिया भी जाए तो उससे कोई लाभ नहीं होने वाला है|
दूसरी बात आपातकालीन स्थिति में कितना समय मिलेगा यह कहना बहुत मुश्किल है कभी-कभी तो कुछ ही सेकण्ड्स में प्लेन नोज डाइब की स्थिति में आजाता है, प्लेन की गति पर इतना कुछ निर्भर करता है इतना समय भी नहीं मिल पायेगा की लोग भाग कर आपातकालीन दरवाजे तक चले जाये|
एक और बड़ी समस्या होती है ऊंचाई की अनुभवी से अनुभवी पैराशूटर भी 15000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाता है वहीँ पैसेंजर प्लेन 30000-35000 फीट की ऊंचाई पर उढ़ते हैं इतनी ऊंचाई पर ऑक्सीजन बिलकुल ना के बराबर होता है और बहुत ठण्ड भी होती है कोई यदि कूद भी गया तो ऑक्सीजन की कमी से बेहोश हो सकता है तथा तापमान शून्य से कई डिग्री निचे होगा तो जीवित रहना भी मुस्किल हो सकता है|
4. भारत के अपराधी ब्रिटेन में ही क्यों शरण लेते हैं?
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दरअसल भारत के अपराधी ब्रिटेन में इसलिए छिपते हैं क्योंकि भारत और ब्रिटेन में कानून प्रणाली लगभग एक जैसी है भारत और ब्रिटेन के कानूनी जानकर दोनों देशों के कानून को बहुत अच्छी तरह से जानते है जिससे भाग कर गए व्यक्ति को बहुत अधिक फायदा होता है भारत और ब्रिटेन ने 1992 में प्रयतार्पन संधि पर हस्ताक्षर किये थे पिछले साल भारत ने ब्रिटेन को 57 भगोड़ों की लिस्ट सौंपी थी और ब्रिटेन ने भी भारत को 17 भगोड़ों की लिस्ट सौंपी थी|
- अब सवाल यह है की ब्रिटेन में ऐसा क्या है की भारत के लोग यहाँ अपराध कर के ब्रिटेन में जाकर छिप जाते हैं| इसके कई कारन है ब्रिटिश मानवाधिकार आयोग दुनिया के और देशों के मानवाधिकार आयोग से ज्यादा सख्त और मानवीय पहलु को समझने वाला माना जाता है यदि ब्रिटेन की अदालत को लगता है की प्रत्यर्पण के बाद शख्स को भारत में मौत की सजा होगी या राजनैतिक कारणों से प्रत्यर्पण किया जा रहा है तो वह प्रत्यर्पण के आग्रह को ख़ारिज कर देते हैं|
नीरव मोदी के वकील ने ब्रिटेन की कोर्ट में कहा की नीरव का प्रत्यर्पण राजनैतिक कारणों से है क्योंकि भारत में राजनेता रैलियों में नीरव का नाम उछालते हैं जिससे जनता गुस्से में है और वहां नीरव की जान को खतरा है इसलिए उन्हें भारत प्रत्यर्पण न किया जाये|
- लन्दन में बहुत सारे भारतवासी रहते हैं जिसके कारन भगोड़ों को यहाँ आने पर अपने देश का माहौल मिलता है यहाँ पर दक्षिण एशियाई खाना आसानी से मिल जाता है, लन्दन के बहुत सारे इलाके मिनी भारत जैसे बन गए हैं भारत के कई उद्योगपति और स्टार्स के घर भी यहाँ हैं, पहले से घर होने के कारन लन्दन में भाग कर आने में आसानी होती है|
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